लघुकथा कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Short Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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छोटा सा अहंकार By Virajgiri Gosai

आज काजल बहुत गुस्से में ऑफिस से निकली थी। गुस्से का कारण कुछ ऐसा था कि जिससे उसे अपने आत्मसम्मान को ठेस पहुंचने का भ्रम हो रहा था। मुंबई की लोकल ट्रेन के लेडीज कोच में खड़ी-खड़ी वह...

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You Are My Choice - 34 By Butterfly

जैसे ही रॉनित अपने होटल रूम से बाहर निकला तो उसने समाने खड़ी राखी को देखा। राखी ऑफिस में हमेशा फॉर्मल कपड़े ही पहनती थी, आज वो गुजराती अटायर में बहुत ही अलग और सुंदर दिख रही थीं। र...

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वो यादगार लम्हे, वो सच्ची दोस्ती By R. B. Chavda

यह कहानी है बचपन की एक ऐसी दोस्ती की, जो मासूमियत और सच्चे विश्वास के धागों से बंधी हुई थी। एक ऐसी दोस्ती, जो आज भी यादों के रूप में दिल में धड़कती है, भले ही वक्त ने उनके रास्ते ज...

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दादीमा की कहानियाँ - 2 By Ashish

दादीना की कहानियाँ, पढ़ने जे बाद मुझे comments अवसता चाहिए... आशिष, concept.shah@gmail.com * प्रेरक प्रसंग ️**!! एक रुपये का सिक्का !!**एक ब्राह्मण व्यक्ति सुबह उठकर मंदिर की ओर जा...

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आडंबर By Deepak sharma

’मां कैसी लगीं? रेवती मेरे परिवार से आज पहली बार मिली है । “असुरक्षित और किसी अस्फुट दबाव से ग्रस्त,” किसी को भी पहली बार मिलने के बाद उस का विश्लेषण और व्याख्या...

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लिव! लिव! लिव! By Deepak sharma

(1)         "विभागाध्यक्षा की ऊंची एड़ी की सैंडिल अपनी धमक के साथ विभाग की ओर तेजी से बढ़ रही थी जहां सुधा अपने अगले पीरियड में पढ़ाए जाने वाले 'ज्वालामुखी&#3...

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शिकंजी - सी ज़िंदगी By उषा जरवाल

एक बार एक आचार्य  जी कक्षा में पढ़ा रहे थे | कक्षा के सभी छात्र रुचिपूर्वक उन्हें सुन रहे थे और उनके द्वारा पूछे गए प्रश्नों के जवाब दे रहे थे | पर उन छात्रों के बीच एक छात्र ऐसा भी...

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कहानियाँ By DINESH KUMAR KEER

1. शेर और चूहाएक जंगल था। जंगल का राजा शेर था। वह पेड़ की छाया में सो रहा था। वहाँ एक चूहा आया। चूहा शेर के ऊपर चढ़ गया। वह शेर के ऊपर उछलने-कूदने लगा। शेर जाग गया। चूहा भागा। शेर...

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My Devil Hubby Rebirth Love - 49 By Naaz Zehra

अब आगे मेरी डॉल जिससे भी प्यार करती है उसका साथ कभी नहीं छोड़ती और वह आपसे भी इतना प्यार करती है वह आपको छोड़कर कभी नहीं जाएगी जैसे वह मुझे छोड़कर नहीं गई रुद्र तुमसे किसने कहा कि...

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Maryada of a girl........ By Sakshi Bhardwaj

    In the village of Rajapur, nestled between rolling hills and lush fields, lived a woman named Aditi. Known for her wisdom and grace, Aditi was not only admired by the people ar...

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मुश्किल दौर By DINESH KUMAR KEER

मुश्किल दौरएक बार की बात है, एक कक्षा में गुरूजी अपने सभी छात्रों को समझाना चाहते थे कि प्रकृति सभी को समान अवसर देती है और उस अवसर का इस्तेमाल करके अपना भाग्य खुद बना सकते हैं। इस...

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जीते जी श्राद्ध ? By उषा जरवाल

कई दिनों से घर में जोर – शोर से तैयारियाँ चल रही थी | माँ – पिताजी की 50वीं वैवाहिक वर्षगाँठ का समारोह जो था | सभी ने इस अवसर पर बोलने के लिए अपनी – अपनी तैयारी पहले से ही कर ली थी...

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अर्ध परिणीती By Neeta Batham

दो प्यार करने वालों की छोटी सी स्टोरी 20 साल का एक लम्बा रिश्ता बहुत से सुख दुख आए जिंदगी में पर हर वक्त साथ थे वो नीती उस रिश्ते में बहुत खुश थीं उसकी तो पूरी दुनिया बस कुशल ही था...

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किट्टी पार्टी By Dr Mukesh Aseemit

"सुनो, तुम आज खाना जल्दी खा लेना, आज घर में किट्टी पार्टी है। तुम सोमिल को लेकर आज कमल भैया के यहाँ चले जाना, हाँ!"   महेश ने यह सुना तो बिना कोई जवाब दिए, अपनी खीज को छिपाते हुए म...

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5 करोड़ भी ठुकरा दिए By Naina Yadav

इस संसार में जब से हम आते तभी पैदा होने के साथ ही एक तरह की प्रतिस्पर्धा शुरू हो जाती है। यह दौड़ यह प्रतिस्पर्धा जीवन भर आखिर सांस तक चलती है।इन सब के बीच ईश्वर नें जो हमें बहुमूल्...

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अकेलापन By Kahani Sangrah

रमेश एक छोटे से गांव में रहने वाला युवक था। उसका बचपन कठिनाइयों में बीता था। मां का साया सिर से बचपन में ही उठ गया था, और पिता काम के सिलसिले में अक्सर बाहर रहते थे। उनके इस व्यस्त...

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क्या ऐसा सच में था ? By Naina Yadav

वो इक खाब है या हकीकत ये लफ्जों में बयान ना कर सकता है पता नहीं वो क्या है पर दिल को सुकून आ जाता है | ऐसा ही कुछ हुआ वो देखता रह गया जाने उसकी आँखों को कोई भा सा गया हर्षित को जान...

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मोन मेढक By hhh

चलो यहां आओ मेरे प्यारे मेंढक, आके बैठो मेरे पलंग के नीचे आख़िर आज क्यों छुपे हुए हो अलमारी के पीछे ? क्या कोई चोर है तुम्हारे मन में या कोई बड़ी उलझन आन पड़ी है तुम्हारे जीवन में...

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मुझे ले चलो - शहर से गाँव की ओर By Piyush Goel

एक गाँव में १२ वी कक्षा के सरकारी स्कूल में एक बहुत ही कर्मठ ईमानदार प्रधानाचार्य  अपने परिवार के साथ रहते थे,जिनके एक बेटा और एक बेटी थी जो बहुत ही होशियार थे.समय बीतता रहा,बिटिया...

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डॉक्टर ने दिया नया जीवन By DINESH KUMAR KEER

डॉक्टर ने दिया नया जीवनएक डॉक्टर बहुत ही होशियार थे ।उनके बारे में यह कहा जाता था कि वह मौत के मुंह में से भी बीमार को वापस ले आते थे। डॉक्टर के पास जो भी मरीज आता वह उससे एक फॉर्म...

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मझली दीदी By S Sinha

                                               मझली दीदी     कोई नहीं जानता है उस गाँव का नाम चिंतापुर क्यों पड़ा या किसने यह नाम रखा था  . उस गांव के ज्यादातर लोग चिंतित रहते थे या...

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Pankajs Short Stories By PSS Publisher

About The AuthorMy name is Pankaj Modak. I am a Short story writer. I was born in Chandaha, a village in India, which is located in the state of Jharkhand. My father is Shankar Mod...

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पंकज एस शॉर्ट स्टोरीज By PSS Publisher

मेरा नाम पंकज मोदक है। में एक लघु कहानीकार हुं।‌ मेरा जन्म इंडिया देश के एक गांव चन्दाहा में हुआ। जो झारखंड राज्य में स्थित है। मेरे पिताजी शंकर मोदक और मेरी माताजी ललिता देवी है।...

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सीमा चौकी By Kishore Sharma Saraswat

सीमा चौकी   मई महीने के उत्तरार्ध की भीषण गर्मी से लोक निमार्ण विभाग की सड़क का तारकोल पिघल कर उन लोगों को शर्मिन्दा किये जा रहा था, जो इस विभाग की कारगुज़ारी पर छींटा-कशी करने से गु...

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अवनी के खिलौने By DINESH KUMAR KEER

1. कबूतरों का झुण्डकबूतरों का झुण्ड भोजन की तलाश में इधर-उधर भटक रहा था। वहीं दूसरी तरफ एक शिकारी पक्षियों को पकड़ने की योजना बना रहा था। बहुत कोशिश करने के बाद भी कबूतरों का झुण्ड...

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प्रेम कहानी के पात्र By Vivek Srivastava

यूँ तो कई मसले निज़ी किस्म के होते हैं पर कई बार वो बा- वजह या बेवजह बा - मतलब या शायद बे-मतलब की बातों में फंसकर बस उलझ कर रह जाते हैं।   दरअसल हम ख़ुशी से ज्यादा किसी और चीज को त...

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और मैं साहित्यकार बन गया By Kishore Sharma Saraswat

  और मैं साहित्यकार बन गया (एक सच्ची कहानी)   मुझे जीवन में कुछ नया करने, पढ़ने व लिखने का शौक बचपन से ही रहा है। दसवीं-ग्यारहवीं कक्षा में शिक्षा ग्रहण करते समय कुछ लेखन का कार्य क...

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बुजुर्गो का आशिष - 2 By Ashish

मैंने अपनी सुनी हुयी स्टोरी यहाँ पब्लिश कर के हमें आशिष चाहिए...*"राम की जीत, अहंकार की हार"।**बहुत समय पहले की बात है, अयोध्या के राजा दशरथ के चार पुत्र थे—राम, लक्ष्मण, भरत, और श...

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समय की यादें By Rishi Sharma

आप लोगो को मेरा प्रणाम  एक समय मै एक लड़का था उसका नाम ऋषि था समय की नजाकत को तो देखिए अगर आपको मेरी कहानी पड़कर आसू आ जाए तो माफ करना यह कहानी की शुरुआत २००७ से होती जब ऋषि का जन्...

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मोरपंख By Makvana Bhavek

शहर का सबसे नामी-गिरामी इंजीनियरिंग कॉलेज जहां दूसरे शहरों और गाँव से कई छात्र वहाँ पढ़ने के लिए आते, मगर वहाँ न तो पैसों का ज़ोर चलता था और न रुतबे का! वहाँ बस वही पढ़ सकते थे जो...

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सतरंगी तितली By DINESH KUMAR KEER

सतरंगी तितलीकार्तिक स्कूली जात रहलन। रस्ते में एक ठे प्लास्टिक के बोतल पड़ल रहल। ओके गोड़े से मारत जाए लगन। ओनकर बहिन काजल ओन्हे खीचन के कहनी, "हाली- हाली चला तोहरे कारण रोज स्कूली...

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होली का इतिहास By DINESH KUMAR KEER

होली का इतिहास"दादी जी! आज तो कोई कहानी सुनानी पड़ेगी, क्योंकि श्रुति आज यूनिवर्सिटी से घर आयी है। उसकी इच्छा कहानी सुनने की है।" शैलेश की बात सुनकर दादी बोली-, "चलो ठीक है, सब लोग...

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कर्मा By hhh

सुनने में बड़ा ही साधारण सा लगता है ना कि 'कर्म 'परयह भी सत्य है कि इस दुनिया में कौन क्या बनकर रहजाएगा, यह उसके कर्म निर्धारित करते हैं। इस संसारमें हर कोई आता है और चला भ...

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Dard...e lotus By hhh

दर्द का रिश्ता तो मेरा बचपन से रहा है और आज भी वही सिलसिला चल रहा है मगर में कभी टूटा नहीं ना कभी खुद को बिखरने दिया कभी बचपन कैसा गुजरा मेरा में जानता हूं क्योंकि मां बाप का इकलौत...

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छोटा सा अहंकार By Virajgiri Gosai

आज काजल बहुत गुस्से में ऑफिस से निकली थी। गुस्से का कारण कुछ ऐसा था कि जिससे उसे अपने आत्मसम्मान को ठेस पहुंचने का भ्रम हो रहा था। मुंबई की लोकल ट्रेन के लेडीज कोच में खड़ी-खड़ी वह...

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You Are My Choice - 34 By Butterfly

जैसे ही रॉनित अपने होटल रूम से बाहर निकला तो उसने समाने खड़ी राखी को देखा। राखी ऑफिस में हमेशा फॉर्मल कपड़े ही पहनती थी, आज वो गुजराती अटायर में बहुत ही अलग और सुंदर दिख रही थीं। र...

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वो यादगार लम्हे, वो सच्ची दोस्ती By R. B. Chavda

यह कहानी है बचपन की एक ऐसी दोस्ती की, जो मासूमियत और सच्चे विश्वास के धागों से बंधी हुई थी। एक ऐसी दोस्ती, जो आज भी यादों के रूप में दिल में धड़कती है, भले ही वक्त ने उनके रास्ते ज...

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दादीमा की कहानियाँ - 2 By Ashish

दादीना की कहानियाँ, पढ़ने जे बाद मुझे comments अवसता चाहिए... आशिष, concept.shah@gmail.com * प्रेरक प्रसंग ️**!! एक रुपये का सिक्का !!**एक ब्राह्मण व्यक्ति सुबह उठकर मंदिर की ओर जा...

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आडंबर By Deepak sharma

’मां कैसी लगीं? रेवती मेरे परिवार से आज पहली बार मिली है । “असुरक्षित और किसी अस्फुट दबाव से ग्रस्त,” किसी को भी पहली बार मिलने के बाद उस का विश्लेषण और व्याख्या...

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लिव! लिव! लिव! By Deepak sharma

(1)         "विभागाध्यक्षा की ऊंची एड़ी की सैंडिल अपनी धमक के साथ विभाग की ओर तेजी से बढ़ रही थी जहां सुधा अपने अगले पीरियड में पढ़ाए जाने वाले 'ज्वालामुखी&#3...

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शिकंजी - सी ज़िंदगी By उषा जरवाल

एक बार एक आचार्य  जी कक्षा में पढ़ा रहे थे | कक्षा के सभी छात्र रुचिपूर्वक उन्हें सुन रहे थे और उनके द्वारा पूछे गए प्रश्नों के जवाब दे रहे थे | पर उन छात्रों के बीच एक छात्र ऐसा भी...

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कहानियाँ By DINESH KUMAR KEER

1. शेर और चूहाएक जंगल था। जंगल का राजा शेर था। वह पेड़ की छाया में सो रहा था। वहाँ एक चूहा आया। चूहा शेर के ऊपर चढ़ गया। वह शेर के ऊपर उछलने-कूदने लगा। शेर जाग गया। चूहा भागा। शेर...

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My Devil Hubby Rebirth Love - 49 By Naaz Zehra

अब आगे मेरी डॉल जिससे भी प्यार करती है उसका साथ कभी नहीं छोड़ती और वह आपसे भी इतना प्यार करती है वह आपको छोड़कर कभी नहीं जाएगी जैसे वह मुझे छोड़कर नहीं गई रुद्र तुमसे किसने कहा कि...

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Maryada of a girl........ By Sakshi Bhardwaj

    In the village of Rajapur, nestled between rolling hills and lush fields, lived a woman named Aditi. Known for her wisdom and grace, Aditi was not only admired by the people ar...

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मुश्किल दौर By DINESH KUMAR KEER

मुश्किल दौरएक बार की बात है, एक कक्षा में गुरूजी अपने सभी छात्रों को समझाना चाहते थे कि प्रकृति सभी को समान अवसर देती है और उस अवसर का इस्तेमाल करके अपना भाग्य खुद बना सकते हैं। इस...

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जीते जी श्राद्ध ? By उषा जरवाल

कई दिनों से घर में जोर – शोर से तैयारियाँ चल रही थी | माँ – पिताजी की 50वीं वैवाहिक वर्षगाँठ का समारोह जो था | सभी ने इस अवसर पर बोलने के लिए अपनी – अपनी तैयारी पहले से ही कर ली थी...

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अर्ध परिणीती By Neeta Batham

दो प्यार करने वालों की छोटी सी स्टोरी 20 साल का एक लम्बा रिश्ता बहुत से सुख दुख आए जिंदगी में पर हर वक्त साथ थे वो नीती उस रिश्ते में बहुत खुश थीं उसकी तो पूरी दुनिया बस कुशल ही था...

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किट्टी पार्टी By Dr Mukesh Aseemit

"सुनो, तुम आज खाना जल्दी खा लेना, आज घर में किट्टी पार्टी है। तुम सोमिल को लेकर आज कमल भैया के यहाँ चले जाना, हाँ!"   महेश ने यह सुना तो बिना कोई जवाब दिए, अपनी खीज को छिपाते हुए म...

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5 करोड़ भी ठुकरा दिए By Naina Yadav

इस संसार में जब से हम आते तभी पैदा होने के साथ ही एक तरह की प्रतिस्पर्धा शुरू हो जाती है। यह दौड़ यह प्रतिस्पर्धा जीवन भर आखिर सांस तक चलती है।इन सब के बीच ईश्वर नें जो हमें बहुमूल्...

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अकेलापन By Kahani Sangrah

रमेश एक छोटे से गांव में रहने वाला युवक था। उसका बचपन कठिनाइयों में बीता था। मां का साया सिर से बचपन में ही उठ गया था, और पिता काम के सिलसिले में अक्सर बाहर रहते थे। उनके इस व्यस्त...

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क्या ऐसा सच में था ? By Naina Yadav

वो इक खाब है या हकीकत ये लफ्जों में बयान ना कर सकता है पता नहीं वो क्या है पर दिल को सुकून आ जाता है | ऐसा ही कुछ हुआ वो देखता रह गया जाने उसकी आँखों को कोई भा सा गया हर्षित को जान...

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मोन मेढक By hhh

चलो यहां आओ मेरे प्यारे मेंढक, आके बैठो मेरे पलंग के नीचे आख़िर आज क्यों छुपे हुए हो अलमारी के पीछे ? क्या कोई चोर है तुम्हारे मन में या कोई बड़ी उलझन आन पड़ी है तुम्हारे जीवन में...

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मुझे ले चलो - शहर से गाँव की ओर By Piyush Goel

एक गाँव में १२ वी कक्षा के सरकारी स्कूल में एक बहुत ही कर्मठ ईमानदार प्रधानाचार्य  अपने परिवार के साथ रहते थे,जिनके एक बेटा और एक बेटी थी जो बहुत ही होशियार थे.समय बीतता रहा,बिटिया...

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डॉक्टर ने दिया नया जीवन By DINESH KUMAR KEER

डॉक्टर ने दिया नया जीवनएक डॉक्टर बहुत ही होशियार थे ।उनके बारे में यह कहा जाता था कि वह मौत के मुंह में से भी बीमार को वापस ले आते थे। डॉक्टर के पास जो भी मरीज आता वह उससे एक फॉर्म...

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मझली दीदी By S Sinha

                                               मझली दीदी     कोई नहीं जानता है उस गाँव का नाम चिंतापुर क्यों पड़ा या किसने यह नाम रखा था  . उस गांव के ज्यादातर लोग चिंतित रहते थे या...

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Pankajs Short Stories By PSS Publisher

About The AuthorMy name is Pankaj Modak. I am a Short story writer. I was born in Chandaha, a village in India, which is located in the state of Jharkhand. My father is Shankar Mod...

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पंकज एस शॉर्ट स्टोरीज By PSS Publisher

मेरा नाम पंकज मोदक है। में एक लघु कहानीकार हुं।‌ मेरा जन्म इंडिया देश के एक गांव चन्दाहा में हुआ। जो झारखंड राज्य में स्थित है। मेरे पिताजी शंकर मोदक और मेरी माताजी ललिता देवी है।...

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सीमा चौकी By Kishore Sharma Saraswat

सीमा चौकी   मई महीने के उत्तरार्ध की भीषण गर्मी से लोक निमार्ण विभाग की सड़क का तारकोल पिघल कर उन लोगों को शर्मिन्दा किये जा रहा था, जो इस विभाग की कारगुज़ारी पर छींटा-कशी करने से गु...

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अवनी के खिलौने By DINESH KUMAR KEER

1. कबूतरों का झुण्डकबूतरों का झुण्ड भोजन की तलाश में इधर-उधर भटक रहा था। वहीं दूसरी तरफ एक शिकारी पक्षियों को पकड़ने की योजना बना रहा था। बहुत कोशिश करने के बाद भी कबूतरों का झुण्ड...

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प्रेम कहानी के पात्र By Vivek Srivastava

यूँ तो कई मसले निज़ी किस्म के होते हैं पर कई बार वो बा- वजह या बेवजह बा - मतलब या शायद बे-मतलब की बातों में फंसकर बस उलझ कर रह जाते हैं।   दरअसल हम ख़ुशी से ज्यादा किसी और चीज को त...

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और मैं साहित्यकार बन गया By Kishore Sharma Saraswat

  और मैं साहित्यकार बन गया (एक सच्ची कहानी)   मुझे जीवन में कुछ नया करने, पढ़ने व लिखने का शौक बचपन से ही रहा है। दसवीं-ग्यारहवीं कक्षा में शिक्षा ग्रहण करते समय कुछ लेखन का कार्य क...

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बुजुर्गो का आशिष - 2 By Ashish

मैंने अपनी सुनी हुयी स्टोरी यहाँ पब्लिश कर के हमें आशिष चाहिए...*"राम की जीत, अहंकार की हार"।**बहुत समय पहले की बात है, अयोध्या के राजा दशरथ के चार पुत्र थे—राम, लक्ष्मण, भरत, और श...

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समय की यादें By Rishi Sharma

आप लोगो को मेरा प्रणाम  एक समय मै एक लड़का था उसका नाम ऋषि था समय की नजाकत को तो देखिए अगर आपको मेरी कहानी पड़कर आसू आ जाए तो माफ करना यह कहानी की शुरुआत २००७ से होती जब ऋषि का जन्...

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मोरपंख By Makvana Bhavek

शहर का सबसे नामी-गिरामी इंजीनियरिंग कॉलेज जहां दूसरे शहरों और गाँव से कई छात्र वहाँ पढ़ने के लिए आते, मगर वहाँ न तो पैसों का ज़ोर चलता था और न रुतबे का! वहाँ बस वही पढ़ सकते थे जो...

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सतरंगी तितली By DINESH KUMAR KEER

सतरंगी तितलीकार्तिक स्कूली जात रहलन। रस्ते में एक ठे प्लास्टिक के बोतल पड़ल रहल। ओके गोड़े से मारत जाए लगन। ओनकर बहिन काजल ओन्हे खीचन के कहनी, "हाली- हाली चला तोहरे कारण रोज स्कूली...

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होली का इतिहास By DINESH KUMAR KEER

होली का इतिहास"दादी जी! आज तो कोई कहानी सुनानी पड़ेगी, क्योंकि श्रुति आज यूनिवर्सिटी से घर आयी है। उसकी इच्छा कहानी सुनने की है।" शैलेश की बात सुनकर दादी बोली-, "चलो ठीक है, सब लोग...

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कर्मा By hhh

सुनने में बड़ा ही साधारण सा लगता है ना कि 'कर्म 'परयह भी सत्य है कि इस दुनिया में कौन क्या बनकर रहजाएगा, यह उसके कर्म निर्धारित करते हैं। इस संसारमें हर कोई आता है और चला भ...

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Dard...e lotus By hhh

दर्द का रिश्ता तो मेरा बचपन से रहा है और आज भी वही सिलसिला चल रहा है मगर में कभी टूटा नहीं ना कभी खुद को बिखरने दिया कभी बचपन कैसा गुजरा मेरा में जानता हूं क्योंकि मां बाप का इकलौत...

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